जीवन की सबसे बड़ी संपत्ति है-आध्यात्मिक मूल्य
हमारे जीवन की सबसे बड़ी संपत्ति हैआध्यात्मिक मूल्य ।
यह वह शिक्षा है जो जीवन को अधिक मूल्यवान व अर्थपूर्ण बनाती है।
जिन्दगीं को देखने का सबअपना-अपना नजरिया होता है
कुछ लोग भावना में ही दिल की बात कह देते है
और कुछ लोग गीता पर हाथ रख कर भी सच नहीं बोलते
सफलता एक चुनौती है इसे स्वीकार करो
क्या कमी रह गई देखो और सुधार करो
कुछ किए बिना ही जय जयकार नहीं होती
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होता सुविचार मोह में हम अपनों की बुराईयां नहीं देख पाते *और घृणा होने पर हम अपनोंकीअच्छाईयां नहीं देखवक़्त कब क्या रंग दिखाए .हम नहीं जानते,वर्ना जिस “राम” को रात को . राज्य मिलने वाला थाउसे सुबह वनवास ना मिलता !
पढ़ने के लिए ,आपने अपने व्यस्त जीवन से मुझे अपना कीमती समय दिया, आपके लिए मैं अपना आभार प्रकट करता हूँ, आपका बहुत बहुत धन्यवाद ।
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